गुप्तोŸार काल में जातियों का प्रगुणन
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Author(s):
DR. RAJESH KUMAR SINGH
Vol - 8, Issue- 9 ,
Page(s) : 56 - 59
(2017 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
गुप्तोŸार काल सामाजिक व्यवस्था में परिवर्तन की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इस काल में वर्ण व्यवस्था के सिद्धान्त में शिथिलता आयी। जातियों का निर्माण हुआ। जातियां उपजातियों में बंटी। वर्ण के आधार पर कार्यों के विभाजन का सिद्धान्त निष्क्रिय हुआ। ह्वेन सांग ने तक्क देश के ब्राह्मण को खेती करते देखा था। कायस्थ जाति का अभ्युदय इस काल की महत्वपूर्ण घटना थी।
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