महर्षि पतंजलि के योग दर्शन का बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा निर्धारित शारीरिक शिक्षा पाठ्यक्रम की गुणवत्ता संवर्धन में योगदान
1
Author(s):
DR. RAVINDRA KUMAR
Vol - 6, Issue- 10 ,
Page(s) : 11 - 20
(2015 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Abstract
इस लेख में महिर्ष पतंजलि के योगदर्शन और प्राथमिक शिक्षा में शारीरिक शिक्षा की आवश्यकताओं का विहंगम अवलोकन किया गया है। महर्षि का दर्शन प्राचीन और आधुनिक शिक्षा का समन्वय है। उनके शैक्षिक विचार भारतीय परम्परागत शाश्वत मूल्यों के केन्द्र बिन्दु में स्थित है। उनकी वैचारिक परिधि शिक्षा के पुनर्जागरण एवं परिवर्तन में महती उपयोगी है। प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के गिरते स्वास्थ्य को संवारने के लिए महर्षि पंतजली के योगदर्शन की शिक्षा देकर उनका शारीरिक, मानसिक एवं सर्वांगीण विकास किया जा सकेगा तथा बेसिक शिक्षा परिषद बच्चों के शारीरिक शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा।
- सक्सेना, एन0आर0, स्वरूप (2008) शिक्षा के दार्शनिक व समाजशास्त्रीय सिद्धान्त-2007-08
- माहेश्वरी, विजेन्द्र किशोर (2007) भारतीय शिक्षा दर्शन इन्टरनेशनल पब्लिशिंग हाऊस, मेरठ-2007
- एन0सी0ई0आर0टी0 (2006) नेशनल फोकस ग्रुप (पोजिशन पेपर) जेंन्डर इस्यूज इन एजुकेशन नई दिल्ली, केन्द्रीय शिक्षा सलाहकार समिति (रिपोर्ट) जून-2005, लड़कियों की शिक्षा और समान स्कूली व्यवस्था, मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली।
- अग्रवाल, एस0के0 (2000) शिक्षा के तात्विक सिद्धान्त, राजेश पब्लिशिंग हाऊस मेरठ-2000
- गुप्त, रामबाबू (1993) विश्व के महान शिक्षा शास्त्री रतन प्रकाशन मन्दिर, आगरा-1993
- लाल, रमन बिहारी (1990) शिक्षा के दार्शनिक और समाजशास्त्रीय सिद्धान्त, रस्तोगी
- व्हाइट हेड, एन0एन0 (1967) “दा एम्स आॅफ ऐजूकेशन“, मैनटर बुक्स, दा न्यू अमेरिकन लाईब्रेरी,
- राधाकृष्णन् (1966) भारतीय दर्शन’ वैदिक युग से बौद्ध काल तक, राजपाल एण्ड सन्स, दिल्ली-1966
- कबीर हुमाँयू (1964) “इण्डियन फिलासफी आॅफ एजूकेशन“, बाम्बे एशिया पब्लिशिंग हाऊस, 1964
- व्हाइट हेड, एन0एन0 (1964) “डेसटिनी आॅफ सिविलाईजेशन“, एशिया पब्लिशिंग हाऊस, नयी दिल्ली, प्रथम संस्करण, 1964
- बेसेन्ट, एनी (1961) द सर्च आॅफ हैप्नीनेस, द थियोसोफिकल पब्लिशिंग हाऊस, अड्यार, मद्रास-1961
- अभ्यानन्द, स्वामी (1960) योग का मनोविज्ञान, रामकृष्ण वेदान्त मठ, कलकत्ता-1960
- सेलर्स, आर0 डब्ल्यू0 (1958) दी पिं्रसीपल एण्ड प्रोब्लम्स आॅफ फिलासफी, मैकमिलन न्यूयार्क-1958 पब्लिकेशन, मेरठ-1990
- ड्यूबी, जे0 (1957) “डेमोक्रेसी एण्ड एजुकेशन“ मेकमिलन एण्ड कम्पनी इण्डिया लिमिटेड, संस्करण, 1957
- बेसेन्ट, एनी (1945) योग, थियोसोफिकल पब्लिशिंग हाऊस, अड़यार, मद्रास-1945
- स्वामी करपात्री जी महाराज (1928) ‘माक्र्सवाद और रामराज्य’, गीता प्रेस, गोरखपुर-1928 सप्तम संस्करण
- दुबे, रमाकान्त “विश्व के कुछ महान शिक्षा शास्त्री“ मीनाक्षी प्रकाशन, मेरठ
- कोठारी, डी0एस0 शिक्षा आयोग की रिपोर्ट 1964-66 शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली
- सैयदन के0जी0 भारतीय शैक्षिक विचारधारा मीनाक्षी प्रकाशन, मेरठ।
- सच्चिदानन्द, डौडियाल, अरविन्द पाठक “शैक्षिक अनुसन्धान का विधिशास्त्र“, राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ अकादमी जयपुर
|