( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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मध्यप्रदेश के सागर जिले में स्व-सहायता समूह योजना

    1 Author(s):  DR. RAJKUMAR THAKUR

Vol -  7, Issue- 4 ,         Page(s) : 243 - 249  (2016 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

किसी भी राष्ट्र की आर्थिक तथा सामाजिक संमृद्धि के लिए एक सुदीर्ध, समन्वित एवं नियोजित प्रयत्न आवश्यक होते हैं। भारत जैसे विशाल तथा सामाजिक विविधता वाले देश में तो आर्थिक विकास की चुनौती और भी जटिल हो जाती है। ग्रामीण परिवेश की विशिष्टता के कारण भारत में विकास की अवधारणा के क्रियान्वयन की व्यूहरचना का ग्राम आधारित होना अपरिहार्य है। ”ग्रामीण विकास का भारतीय संदर्भ में विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार आज भी 72.22 प्रतिशत जनसंख्या गांव में रहती है। इनमें से अधिकांश व्यक्ति अपनी अजीविका कृषि तथा सहायक गतिविधियों से प्राप्त करते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में ही देश की कुल कार्यशील जनसंख्या का 60.41 प्रतिशत निवास करता है। गरीब जनसंख्या का भी अधिकांश भाग ग्रामीण क्षेत्र में ही है और यही कारण है कि स्वतंत्रता के बाद से भारतीय नियोजित विकास की व्यूह-रचना ग्रामीण विकास पर केन्द्रित रही है।

  1. Kaushik, P.D.: "Rural Development- Decentralization and Rural Market, Working paper series on agriculture and the poor (December, 2004), Bazar Chintan, IDE, New Delhi, p.1
  2. चन्द्र मेहता: ”ंगांव एवं गरीब की सुध लीजिए“, स्वदेशी पत्रिका, फरवरी 2005, स्वदेशी जागरण मंच, नई दिल्ली, पृ. 12
  3. NSSO Report - 2003 ET 6 July 2005.
  4. झा, टी.एन.ः ”बंगलादेश में सूक्ष्म ऋण संस्थाएं“, योजना पत्रिका, मार्च 2002, पृ. 31
  5. स्व-सहायता समूह-गठन प्रक्रिया एवं मार्गदर्शन उद्यमिता विकास केन्द्र, मध्यप्रदेश (सैडमैप), भोपाल 2000, पृ. 1
  6. वही, पृ.1
  7. प्रशिक्षण मार्गदर्शिका, स्वर्ण-जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना की बैंकों व जिला विकास एजेन्सियों के अधिकारियों हेतु, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार, पृ. 89
  8. स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना, दिशा निर्देश, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार पृ. 32
  9. ग्रासरूट, “मानवीय सरोकारों का दस्तावेज“ (मासिक समाचार पत्र), जुलाई 2007
  10. “मध्यप्रदेश पंचायिका“, पंचायतों की मासिक पत्रिका, 40 प्रशासनिक क्षेत्र, अरेरा हिल्स भोपाल 462001, फरवरी-मार्च, 2006 पृ. 22
  11. Third Human Development Report Madhya Padesh, 2006 p.266

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