‘‘अनुसूचित जाति की महिलओं का मानव अधिकार के प्रति दृष्टिकोण’’
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Author(s):
BHARAT KUMAR WASEN
Vol - 3, Issue- 1 ,
Page(s) : 179 - 200
(2012 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Abstract
मानवाधिकार आंदोलन द्वितीय विश्व युद्ध के अनुभव के परिणामस्वरूप प्रारंभ हो गया था। इस युद्ध के दौरान मानव के विरूद्ध वीभत्स अपराध किये गये और मनुष्य के मूल मानवाधिकारों का पूर्ण रूप से दमन कर दिया गया था।
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