मानवाधिकार और महिलाऐं
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Author(s):
DR.RAKESH KUMAR
Vol - 14, Issue- 12 ,
Page(s) : 431 - 435
(2023 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
नारी समाज का एक अभिन्न अंग है। अतीत से ही नारी का समाज में सर्वोपरी स्थान रहा है। उसे सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता रहा है। परन्तु गत वर्शों में महिलाओं के मानवाधिकारों का जितना उल्लंघन हुआ है षायद पहले कभी नहीं हुआ।
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