संत साहित्य में वैकल्पिक समाज की परिकल्पना (कबीर के संदर्भ में)
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Author(s):
DR.ANITA RANI
Vol - 16, Issue- 1 ,
Page(s) : 338 - 346
(2025 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
हिंदी साहित्य में भक्तिकाल को स्वर्ण युग कहा गया है, इस समय में ही जायसी, कबीर, तुलसी, सूरदास, रैदास, मीरा बाई, तथा गुरुनानक इत्यादि का समाज को दिशा देने में अहम् योगदान रहा।
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