माध्यमिक स्तर पर विज्ञान की पुस्तक में नीहित मानवीय मूल्यों का विश्लेषाणत्मक अध्ययन
1
Author(s):
DR. SUBHASH CHANDRA SAINI
Vol - 9, Issue- 1 ,
Page(s) : 354 - 356
(2018 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Get Index Page
Abstract
मानव की चेतन अवस्था का नाम ही जीवन है इस जीवन को कितनी अवधि तक जीया जाये यह उतना महत्त्वपूर्ण नही होता, जितना यह महत्त्वपूर्ण होता है कि जीवन किस प्रकार जीया जाये। जीवन विकृति, प्रकृति और संस्कृति तीन प्रकार से जीया जाता है। भारत चिन्तन-प्रक्रिया ने मानव व मूल्यों को एक-दूसरे का पर्याय माना है। ये मूल्य ही वे मणियाँ हैं जिनको धार करके मनुष्य एक सफल, सार्थक एवं आनन्दमय जीवन व्यतीत कर सकता है। इन मूल्यों को ही अपनाकर तथा इनकी राह चलकर मनुष्य सही अर्थो में मनुष्य कहलाने का अधिकारी होता है।
|