छात्राओं की आध्यात्मिक बुद्धि का अध्ययन
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Author(s):
DR. KAMLESH SAINI
Vol - 9, Issue- 1 ,
Page(s) : 357 - 361
(2018 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
वर्तमान भौतिकतावाद का युग है। इस युग में सभी वर्तमान सुख सुविधाओं की चकाचैंध में अन्धें हो रहे है। इस युग में सभी की बुद्धि स्वार्थ परायणता का बोलबाला है। व्यक्ति मानवीय भावनाओं, आदर्शों, मानवीय मूल्यों जन कल्याण की भावना एवं वसुधैव कुटुम्बकम की भावनाओं से दूर होता जा रहा है।
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