वैदिक वांग्मय के आलोक में भारतीय राजनीतिक चिन्तन का विकास
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Author(s):
DR. KULDEEP CHAUDHARY
Vol - 14, Issue- 10 ,
Page(s) : 390 - 396
(2023 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
भारतीय वैदिक संस्कृति के साहित्यिक ग्रन्थ विश्व में सर्वाधिक प्राचीन हैं। इसी प्राचीनता के आधार पर वैदिक आर्यों की राजनीतिक स्थिति तथा राजसंस्थाओं का अनुमान लगाया जा सकता है। इसी के आधार पर यह प्रमाणित होता है
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