शीर्षक “ग्रामीणों पर भू-स्वामित्व में परिवर्तन का प्रभाव” (बिहार राज्य के सन्दर्भ में एक समाजशास्त्रीय विश्लेषण)
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Author(s):
NASRIN SABA
Vol - 8, Issue- 11 ,
Page(s) : 141 - 153
(2017 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
ज़मींदारी प्रथा भारत में मुगलकाल एवं ब्रिटिशकाल मे प्रचलित एक राजनैतिक सामाजिक कुरीती थी, जिससे भूमि का स्वामित्व उस पर काम करने वालों का न होकर किसी और (ज़मींदार) का होता था, जो खेती करने वालों से कर वसूलते थे। भारत के स्वतंत्र होने के बाद यह प्रथा समाप्त कर दी गयी है।
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