( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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हिन्दीं रिपोर्ताजों में प्राकृतिक आपदाओं के वीभत्स दृश्यों का यथार्थ चित्रण

    1 Author(s):  DILRAJ MEENA

Vol -  8, Issue- 12 ,         Page(s) : 192 - 196  (2017 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

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Abstract

रिपोर्ताज आधुनिक हिन्दी गद्य की नवीन विद्या है। रिपोर्ताज अंग्रेजी भाषा के ‘रिपोर्ट’ शब्द का समानार्थी फ्रांसींसी शब्द है। रिपोर्ट का अर्थ घटना-विशेष का विवरण है। हिन्दी मंे इसे ‘सूचनिका’ कहा गया है। ‘‘किसी घटना की रिपोर्ट के कलात्मक और साहित्यिक रुप को रिपोर्ताज कहा जाता है।’’1 अर्थात किसी घटना को साहित्यिक कलात्मकता के रुप में अभिव्यक्त करना रिपोर्ताज कहलाता है। घटना के कथ्य को सत्यता के साथ अभिव्यक्त करके मानवीय संवेदना को जन्म देना इस विद्या की कलात्मकता हैं। द्वितिय विश्वयु़द्ध की विभीषिकाओं ने मानवीय चेतना को संत्रंास, विसंगतियाॅ तथा कंुण्ठामय अनुभूतियाँ प्रदान की। इन्ही भयानक दृश्यों का यथार्थ जनता तक पहँुचाने के लिए रिपोर्ताज वि़द्या का प्रयोग किया गया। इस विद्या के केन्द्र मे घटना होती हैं जिसमंे युग सत्य, युग संघर्ष तथा मनुष्य और समसामयिक देश-समाज अभिव्यक्त होता हंै। प्राकृतिक आपदाओं जैसी वीभत्स घटनाएं रिपोर्ताज मंे मानवीय संवेदना से जुड़कर चिरस्थायी साहित्य मंे बदल जाती है। इसमंे आज का यथार्थ और बीते कल का रस होता है।


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