माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक स्तर पर सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत नियमित शिक्षकों एवं शिक्षाकर्मियों की शिक्षण प्रभाव शीलता का तुलनात्मक अध्ययन
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Author(s):
DR. SANGEETA SHRAF , DR.PRAGYA JHA
Vol - 9, Issue- 11 ,
Page(s) : 142 - 150
(2018 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
एक बालक किसी भी राष्ट्र की रीढ है। आज का बालक कल का नागरिक है तथा भावी राष्ट्र का निर्माता है। अतः राष्ट्र के भावी निर्माता को शारीरिक,मानसिक,सामाजिक तथा आध्यात्मिक सभी दृष्टिकोणों से परिपक्व केवल षिक्षा के माध्यम से ही बनाया जा सकता है।
भारत की वर्तमान षिक्षा व्यवस्था में प्रारंभिक षिक्षा का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रहा है। प्रारंभिक षिक्षा ही आगे की षिक्षा का आधार हैै । प्राथमिक षिक्षा को सर्वसुलभ एवं अनिवार्य बनाने हेतु शासन द्वारा विभिन्न योजनाओं व अभियानों को लागू किया जाता हे, जिससे 7-14 वर्ष तक के बच्चों को निःषुल्क षिक्षा दी जा सकें तथा अप्रवेषी एवं शाला त्यागी बच्चों को षिक्षा की धारा से जोडा जा सके।
ऐसी स्थिती में स्कूलों में छात्रों की संख्या में वृद्धि करने , षिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने हेतु शासन द्वारा सर्वषिक्षा अभियान को आरंभ किया है जिसके अंतर्गत प्राथमिक स्तर के सभी छात्रों को अनिवार्य एवं निःषुल्क षिक्षा का प्रावधान है।
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