International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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स्वामी दयानंद सरस्वती और उनके राजनीतिक विचार
1 Author(s): DR. TEK NR SAHU
Vol - 11, Issue- 9 , Page(s) : 343 - 347 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
स्वामी दयानंद ही थे जिन्होंने भारतीयों के दिलों में आजादी के प्यार को जिंदा रखा। उन्होंने लोगों को एकजुट करने के लिए पूरे भारत की यात्रा की। दयानंद पूरी तरह से आश्वस्त थे कि केवल सशस्त्र क्रांति ही अंग्रेजों को भारत से भगा सकती है। स्वामी जी का वास्तविक उद्देश्य भारत को राष्ट्रीय, सामाजिक और धार्मिक रूप से एकजुट करना था, वह वही था जिसने हमें स्वराज का पाठ पढ़ाया और इसे पुरुषों के जन्म अधिकार के रूप में लिया। दयानंद अपने विचारों में लोकतांत्रिक थे और देशवासियों का सामान्य कल्याण चाहते थे। भारत की अपनी अमूल्य धरोहर है जो किसी को भी अपने उत्थान में योगदान देने के लिए है, इस प्रकार स्वामी दयानंद के विचारों ने भारतीय राष्ट्रवाद को एक नया आकार और पंथ दिया।