International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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भारत में जातिवाद और दक्षिणी अफ्रीका में रंगभेद ऐतिहासिकता पर एक विहंगम दृष्टिपात
1 Author(s): DR. TARKESHWARI NEGI
Vol - 9, Issue- 1 , Page(s) : 455 - 458 (2018 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
विश्व में शायद ही कोई ऐसा समाज हो जो किसी-न-किसी कारण से बँटा हुआ न हो अथवा बाँटा न गया हो। जैसा कि विदित ही है कि कोई अकेला व्यक्ति सारे काम नहीं कर सकता अतः कार्य का वितरण एक नैसर्गिक आवश्यकता है, यही सत्य समाज पर भी लागू होता है। लेकिन, यदि इसी बाँट के संस्थानीकरण के बाद कुछ लोगों के कार्य को ऊँचा और अन्य लोगों के कार्य को नीचा बताया जाए तो वह विभक्तीकरण के स्थान पर भेदभाव का रूप ले लेता है और गैर-मानवीय व्यवहार कहलाने लगता है। इस आलेख का विषय ऐसे ही व्यवहारों की चर्चा करते हुए न केवल उसकी ऐतिहासिकता को ढूढ़ना है बल्कि उसके परिणामों पर चर्चा करते हुए यह तलाशना है कि क्या जातिवाद और रंगभेद व्यवहार में एक ही सिक्के के दो पहलू हैं अथवा पूर्णरूपेण पृथक् दो विचार हैं।