International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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1857 का विद्रोह एवं बिहार की भूमिका
1 Author(s): VIKRAMJEET SINGH
Vol - 8, Issue- 10 , Page(s) : 218 - 221 (2017 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
बंगाल में ब्रिटिश शासन की स्थापना के साथ ही ब्रिटिश औपनिवेशिक हित तथा भारत में विभिन्न सामाजिक समूहों के हितों के बीच सीधी टकराहट आरंभ हो गई। परिणामतः 1757 और 1857 के बीच ब्रिटिश शासन के विरुद्ध निरंतर विद्रोह एवं आंदोलन होते रहे। इसमें बिहार के भी आदिवासी, किसान, जमींदार, विस्थापित राजा, नवाब तथा उनके अधिकारी सभी शामिल हुए, किंतु 1857 का विद्रोह अपने भौगोलिक प्रसार, विभिन्न सामाजिक समूहों की भागीदारी तीव्रता एवं व्यापकता में पूर्व आंदोलन एवं विद्रोह से पृथक था।