( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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भारत में संघवाद : नई प्रवृतियां

    1 Author(s):  DR SEEMA SHARMA

Vol -  10, Issue- 2 ,         Page(s) : 296 - 302  (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

संघवाद एक वृहद संकल्पना है। भारतीय संघवाद की स्थिति स्थिर नहीं रही है। समय तथा युग के बदलते परिवेश में इसकी प्रकृति भी बदलती रही है। संघवाद एक तरह की शासन प्रणाली है, जिसमें राजनीतिक शक्ति की संप्रभु शक्ति विभिन्न इकाईयों में विभाजित होती है। सामान्यतः किसी संघीय व्यवस्था में सरकार के मुख्यतः दो स्तर होते हैं। एक स्तर पर पूरे देश के लिए एक सरकार होती है जो राष्ट्रीय महत्व के विषयों के लिए जिम्मेवार होती है। दूसरे स्तर पर राज्य स्तर की सरकारें होती हैं जो उस राज्य के प्रशासन के लिए जिम्मेवार होती हैं। संघवाद का संबंध सिर्फ शक्तियों के विभाजन से नहीं बल्कि दायित्वों के निर्वहन से भी है।

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