( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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ओरछा की छतरियों की उत्पत्ति एवं विकास

    1 Author(s):  SHEPHALI

Vol -  13, Issue- 4 ,         Page(s) : 51 - 56  (2022 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

राजाओं के मरणोपरांत उनकी याद में उनके उत्तराधिकारी अथवा सगे-सम्बन्धियों द्वारा स्थापत्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण विभिन्न स्मारक बनवाये गये थे। इन्ही स्मारकों को छतरी के नाम से जाना जाता है। बुन्देलखण्ड में अधिकतर छतरियों का प्रचलन बुन्देला राजाआ के समय से प्रारंभ हुआ। स्थापत्य की दृष्टि से बुन्देलखण्ड प्राचीन काल से ही धनी राज्य रहा है। यहां निर्मित मन्दिर एवं भवन स्थापत्य शैली का गुप्त काल से लेकर बुन्देला राजाओं के समय तक विशिष्ट स्थान रहा है। इन छतरियों से सम्बन्धित अनेक विशेषताओं को जानने के लिये ही इस विषय को चुना गया है।

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