International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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आतंकवादः ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
1 Author(s): SNEHLATA YADAV
Vol - 13, Issue- 3 , Page(s) : 295 - 304 (2022 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
प्राचीनकाल से ही आतंकवाद कमजोर लोगों की एक रणनीति रहा है। मानवीय सभ्यता के आरम्भ से ही हत्या करना, अपहरण और बंधक बनाना इत्यादि के रूप में आतंकवाद का प्रयोग अलग-अलग तरह से किया जाता रहा है। आतंकवाद के वर्तमान रूप को जानने के लिए इसके विकास को जानना भी जरूरी है। आतंकवाद राजनैतिक हिंसा की षुरूआत वस्तुतः इतिहास के आरम्भ से ही देखी जा सकती है।