International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के परिवारिक वातावरण एवं सामाजिक आर्थिक स्तर का उनके शैक्षिक उपलब्धि एवं समायोजन पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन (पलामू प्रमंडल के संदर्भ में)
1 Author(s): PRAWEEN SINGH KUSHWAHA
Vol - 13, Issue- 5 , Page(s) : 354 - 361 (2022 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
शिक्षा मानव जीवन के महत्वपूर्ण साधनों में से एक है। शिक्षा के अभाव में मनुष्य की कल्पना नहीं की जा सकती। शिक्षा ही मनुष्य को जड़ से बौद्धिकता के चरम तक पहुंचाती है। शिक्षा विहीन्न मनुष्य पशु के समान है। मनुष्य जीवों में श्रेष्ठतम जीव माना जाता है। इसका कारण यह है उसमें बुद्धि की प्रधानता है। इसलिए कहा जाता है कि मनुष्य जीवन पर्यंत सीखता है। मनुष्य में सीखने का आरंभ जन्म से ही हो जाता है, जो मृत्यु तक चलता रहता है। उसका सीखना उसके अनुवांशिकता एवं वातावरण पर भी निर्भर करता है।