International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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भारतीय काव्य शास्त्र में औचित्य तत्व : एक विवेचन
1 Author(s): DR.SITARAM DOTOLIA
Vol - 14, Issue- 1 , Page(s) : 177 - 179 (2023 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
भारतीय काव्यषास्त्र में जिन तीन सिद्धान्तों को अन्तरंग माना गया है वे हैं-ध्वनि, रस एवं औचित्य। औचित्य की स्थापना का श्रेय औचित्य विचार चर्चा के लेखक आचार्य क्षेमेन्द्र को है।