( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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जयशंकर प्रसाद के नाटकों में राष्ट्रीय भावना

    1 Author(s):  DR. MANJU PATEL

Vol -  14, Issue- 7 ,         Page(s) : 271 - 274  (2023 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

मानव जीवन में स्वदेश का विशिष्ट महत्त्व है। क्यांेकि स्वदेश ही सभी सुख सुविधाओं का आयतन है। मनुष्य बहुविध प्रतिभाओें से युक्त होता है। परन्तु राष्ट्र के स्वाधीन व सुखी होने पर ही मनुष्यगत प्रतिभाओं में निखार आता है।

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