International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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वृद्धजन और पारिवारिक सामंजस्य: एक अध्ययन
2 Author(s): DR SUNEETA TRIPATHI, DR SHAKTI GUPTA
Vol - 14, Issue- 9 , Page(s) : 257 - 267 (2023 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
बचपन की चंचलता, यौवन की चपलता और प्रौढ़ता के गाम्भीर्य से प्राप्त अनुभव वृद्धावस्था को जीवन की पूर्णता पर पहुॅचा कर उसे भविष्य का आधार बना देते हैं। अपने वृद्धों को सामथ्र्यहीन मानना न केवल अनुचित है बल्कि समाज के प्रति अन्याय भी है।