International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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समकालीन हिन्दी कविता में राजनैतिक व्यंग्य
2 Author(s): DR. ANUP SINGH ,POONAM KUMARI JANGID
Vol - 14, Issue- 10 , Page(s) : 19 - 24 (2023 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
समकालीन हिन्दी कविता का मुख्य अस्त्र है-व्यंग्य। समकालीन कविता इसलिए भी समकालीन है कि यह अपने समय और सरोकारों से सीधे मुठभेड़ करती है। तत्कालीन समाज बहुत से अन्तर्विरोधों से ग्रस्त है।