International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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मृदुला गर्ग के उपन्यासों में द्वंद्व एक सार्वभौम अवयव: एक विश्लेषण
2 Author(s): KANTI KUMARI ,DR.RAJU RAM
Vol - 14, Issue- 11 , Page(s) : 126 - 134 (2023 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
द्वंद्व एक ऐसी परिस्थिति या परिस्थिति समुच्य है जिसमें मनुष्य की निर्णय क्षमता लकवाग्रस्त हो जाती है। यह एक ऐसी मानसिक अवस्था में लाकर खड़ा कर देता है जिसमें आपको किसी दो विकल्पों में से एक को चुनना होता है और दोनों ही आपके हिसाब से एक जैसी ही प्रतीत होता है।