International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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नारी शिक्षा समाज के लिए एक वरदान:एक अध्ययन
1 Author(s): MANISHA KUMARI
Vol - 5, Issue- 7 , Page(s) : 85 - 91 (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
समाज सामाजिक सम्बन्धों का जाल है। जिसका आधार परस्पर निर्भरता मैलिक आवश्यकताओं को पूर्ति एवं नर-नारी का सम्मिलन है। महिलाओं की परिवार में प्रत्यक्ष एवं परोक्ष दोनो प्रकार से भागीदारी सुनिश्चित रहती है। उनके द्वारा घर एवं बाहर के कार्यांे को बडी़ सहजता एवं सफलता के साथ निर्वहन किया जाता है। इसके बावजूद महिलाओं को समाज के ठेकेदारों ने विभिन्न प्रकार की सुविधाओं एवं अधिकारों से वंचित कर रखा है। वे घर के समस्त कार्यों को तो करती है लेकिन चल-अचल सम्पŸिासे वंचित हैं ,उन्हें मुखाग्नि का अधिकार नही है। कृषि के लगभग समस्त कार्यों को करती है किन्तु किसान नहीं कहलाती है। दुनिया की आधी-आबादी यदि शोषित रहेगी तो समाज का विकास संभव नही होगा। इसलिये शिक्षा ही एक ऐसा सशक्त माध्यम है, जो चँहुमुखी विकास करती है।