1. आचार्य शुक्ल - ‘चिंतामणि‘, ए.टू.जेड़ पब्लिकेशंस, संस्करण 2001, पृष्ठ 117 (भाग-1)
2. परम्परा का मूल्यांकन-रामविलास शर्मा, पृष्ठ-105
3. परम्परा का मूल्यांकन-रामविलास शर्मा, पृष्ठ-108
4. हिन्दी साहित्य का इतिहास-रामचन्द्र शुक्ल, पृष्ठ- 499
5. भाषा और संवेदना, पृष्ठ-5
6. भारतेन्दु हरिश्चन्द्र - रामचन्द्र शुक्ल, पृष्ठ-6
7. भारतेन्दु समग्र - पृष्ठ-588
8. हिन्दी का सामयिक इतिहास-विश्वनाथ प्रसाद मिश्र, पृष्ठ-30
9. भारतेन्दु युगीन नाटक-डाॅ. सुशीला धीर पृष्ठ-47
10. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल - ‘चिंतामणि‘ए.टू.जेड़. पब्लिकेशंस, संस्करण 2001, पृष्ठ-118
11. शंभूनाथ, अशोक जोशी (सं.) ‘भारतेन्दु और भारतीय नवजागरण आने वाला कल प्रकाशन, 1986 पृष्ठ-86
12. ‘हिन्दी साहित्य‘ उद्भव और विकास - हजारीप्रसाद द्विवेदी, राजकमल 1999, पृष्ठ -212