विवेकानन्द जी के स्त्री षिक्षा सम्बन्धी विचारों का वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अध्ययन
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Author(s):
GEETA ROY , DEEPTI SAJWAN
Vol - 6, Issue- 5 ,
Page(s) : 160 - 168
(2015 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Abstract
समकालीन भारतीय समाज तीव्र संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। परिवर्तन की आॅंधिया कई दिषाओं से आ रही है। एक ओर आधुनिकीकरण की अनिवार्यता है, दूसरी ओर परम्पराओं के आग्रह है और इन दोनों के मध्य झूलती ‘‘भारतीय नारी’’ वर्तमान में नारी को अनेक अन्तर्विरोधों का सामना करना पड़ रहा है। स्वामी विवेकानन्द जी ने इन्हीं अन्तर्विरोधों को ध्यान में रखते हुए स्त्रियों की भूमिका को परिभाशित किया तथा उनके उत्कर्श हेतु षिक्षा की भूमिका को स्पश्ट किया। उनका मानना था कि स्त्रियों की कोई भी ऐसी समस्या नहीं, जिसे दूर न किया जा सके।
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