चूरु में जलसंकट के समाधान मंे स्वामी गोपालदास का योगदान
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Author(s):
MEENA KUMARI
Vol - 6, Issue- 9 ,
Page(s) : 66 - 70
(2015 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Abstract
राजपूताना क्षेत्र के पश्चिमी मरूस्थलीय भाग में प्राचीन काल से जलाभाव रहा है। इस जलाभाव वाले क्षेत्र में चूरु सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। जलाभाव के साथ विभिन्न प्राकृतिक प्रतिकूलताओं के होने के बावजूद यहाँ के कर्मठशील समाजसेवकों द्वारा इस समस्या के समाधान हेतु सश्रम प्रयत्न किये गये। चूरु के समाज सेवकों में सबसे प्रमुख भूमिका स्वामी गोपालदास की रही थी। बीकानेर राज्य के क्षेत्र चूरु में जनजागृति एवं सामाजिक चेतना लाने का श्रेय सही अर्थों में स्वामी को है। गोपालदास स्वामी का जन्म चूरु तहसील के गाँव भैंरूसर में सन् 1882 में, जो कि चूरु से 7 कोस दूर उत्तर की ओर स्थित है।
- गोविन्द अग्रवाल, पत्रों के प्रकाश में स्वामी गोपालदास जी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व, नगर-श्री, चूरु प्रथम संस्करण, वि.सं. 2025, पृ.36 ; महेन्द्र सिंह आर्य, धर्मपाल सिंह डूडी, आधुनिक जाट इतिहास, आगरा, 1998 ; पार्वती चैधरी जाट समाज, मासिक पत्रिका, आगरा, अक्टूबर 1997
- स्वामी जी के निजी पत्र संग्रह, पत्र क्रमांक 183, नगर-श्री, चूरु, राजस्थान
- ‘‘आपके हुकम के मुआफिक तेणदेसर के कूवै को काम सरू करा दीनो है। .... उम्मीद है के अन्दर को काम कूवै को माह उतरे तक हो जासी.... 31.12.23’’ पत्र क्रमांक 6, नगर-श्री, चूरु, राजस्थान
- गोविन्द अग्रवाल, पूर्वोक्त, पृ.136
- ‘‘चिठी आपकी आई समाचार लिखा सो निगैकरा और आप लिख्यो जोड़ा, कुवा तथा कुंडा की मरम्मत बार गाँवा की भोत सुभीसतै सै कम खरच में कराई छै।.... ता. 29.07.29’’ पत्र-क्रमांक 119, नगर श्री, चूरु, राजस्थान
- ‘‘अपरंच पत्र आप को आयो समाचार सब मालूम करा और आपने लिखा के कूवे का काम ठेका में नहीं देकर अपने ही कराते हैं सो बहुत ठीक है कूवे का काम सरब बहुत पुख्ता तथा मजबूत बहुत खूबसुरत करायो कोई किसम की त्रुटी नहीं रहना चाहिए.... 7 जनवरी 1930’’ पत्रक्रमांक 118, नगर श्री, चूरु, राजस्थान
- पूवोक्त, पत्रक्रमांक 116,117,120, नगर श्री, चूरु, राजस्थान
- ‘‘उपरंच कुण्ड को मोको देखणै ताई आप सेती बात हौईही सु अब आपने फुसरत हौते जदई चला चालांगा सु हसवारी को बंदोबस्त ठीक रखै जिस तरै कर लीजो... सुदी 12 सं.1987’’ पत्रक्रमांक 166, पूवोक्त
- गोविन्द अग्रवाल, पूवोक्त, पृ.138
- पूवोक्त, पत्रक्रमांक 137 व 154, नगर श्री, चूरु, राजस्थान
- गौरीशंकर हीराचन्द ओझा, बीकानेर राज्य का इतिहास, भाग-2, पृ.748
- पूवोक्त, पत्रक्रमांक 193, नगर श्री, चूरु, राजस्थान
- पूवोक्त, पत्रक्रमांक 57, नगर श्री, चूरु, राजस्थान
- गोविन्द अग्रवाल, पूर्वोक्त, पृ.37
- बीकानेर राजद्रोह और षड्यंत्र का मुकद्दमा, मंत्री श्री देशी राज्य प्रजा परिषद्, ब्यावर, पृ.76-79; फाइल नं.131, सन् 1932, सेडिशियस केस अगेन्स्ट् सर्टेन पर्सन इन बीकानेर स्टेट, प्रेस कटींग रिलेटिंग टू स्वामी गोपालदास, राजस्थान राज्य अभिलेखागार, बीकानेर, राजस्थान
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