नेपाल का बदलता परिवेष और भारत की सुरक्षा चिन्ताएं
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Author(s):
DR. ARVIND KUMAR SINGH , DR. ABHAY KUMAR SINGH
Vol - 6, Issue- 11 ,
Page(s) : 48 - 55
(2015 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Abstract
क्षेत्रीय षक्ति से विष्व षक्ति बनने का स्वप्न संजोए, दो एषियायी महाषक्तियों भारत व चीन ने परस्पर प्रतिस्पर्धा का वातावरण सृजित किया है। विगत दषकों में भारत की राजनीतिक षिथिलता ने चीन को बढ़त लेने का अवसर प्रदत्त किया। चीन ने अपनी विस्तारवादी नीतियों के अनुरूप भारत को घेरने की रणनीति अपनाई है और भारत के विरुद्ध, भारत के पड़ोसियों को अपने नीतिगत मोहरे के रूप में प्रयुक्त किया है। नेपाल जो कि तीन तरफ से भारत से घिरा है, को भी चीन ने समय-समय पर अपनी योजना के अनुरूप प्रयुक्त किया है। आज भी नेपाल चीनी गतिविधियों का केन्द्र बना हुआ है। अपने सहयोगी पाकिस्तान के साथ मिलकर चीन नेपाल में भारत विरोधी वातावरण निर्मित करने हेतु सतत् प्रयत्नषील है। ऐसे में विविध आन्तरिक सुरक्षा समस्याओं यथा- नक्सलवाद, इन्सर्जेन्सी, सम्प्रदायवाद आदि से जूझते भारत को तथ्यों की पड़ताल कर, सजग कूटनीतिक प्रयासों के द्वारा इन बाह्य खतरों से निपटने की एक असरदार रणनीति बनानी होगी।
- Rishikesh Shaha, Nepali politics: Retrospect and Prospect, (Delhi, 1978), p: 104.
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- www.nepaldemocracy.org/documents/treaties_agreements/indo-nepal_peace.html and see also Nihar Nayak, “India-Nepal Peace and Friendship Treaty (1950): Does it require Revision..?” Strategic Analysis, vol-34, Issue-04, 2010, pp: 579-593.
- www.commonlii.org/in/other/treaties/INTSer/1950/4.html
- एक नेपाली इतिहासकार के अनुसार, ’’सन 1950 की सन्धि उस संवेदनषील घड़ी में की गई थी जब .... तिब्बत को अधिकृत करने के उपरान्त माओ ने घोशणा की थी कि तिब्बत हमारी हथेली है और नेपाल, सिक्किम, भूटान, नेफा और लद्दाख उस हथेली की अंगुलियाॅ हैं। हथेली को स्थिर कर अंगुलियों को मोड़ूंगा..।’’ देखें- http://www.samabad.com/show.php?sn=1126&atsn=34
- Hari Bans Jha, “Nepal India Cooperation in Review Water Management”, Strategic Analysis, 37(2), 2013, pp. 217-230.
- नेपाल को सं.रा.संघ का सदस्य बनाने के भारत के आवेदन को एकाधिक बार सोवियत रूस ने यह कहकर वीटो कर दिया था कि नेपाल तो भारत का ही अंग है। देखें-http://www.samabad.com/show.php?sn=1126&atsn=34
- Arun Kumar Sahu, “Future of India-Nepal Relations: Is China a Factor ?”, Strategic Analysis, 39(2) March-April 2015, pp. 197-204. http://dx.doi.org/10.1080/09700161.2014.1000670.
- Ibid.
- डाॅ.बाबूराम पाण्डेय, डाॅ.रामसूरत पाण्डेय, भारतीय सुरक्षा के बदलते आयाम, (बरेली, 1997), पृ0 207-208.
- http://hi.wikipedia.org/s/xwr
- Ibid
- डाॅ.बाबूराम पाण्डेय, डाॅ.रामसूरत पाण्डेय, तदैव, पृ0 208.
- The Indian Express, May 24, 2010. and see also Joginder Singh, “Are We A Soft State?”, http://www.dsalert.org/homeland-security-india/299-are-we-a-soft-state
- The Indian Express, May 16, 2011.
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