( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 1930    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

कानपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध शिक्षक-शिक्षा संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों की कार्य-सन्तुष्टि के बीस विमाओं का यौन के सन्दर्भमें विश्लेषणात्मक अध्ययन

    2 Author(s):  DR.SUNIL KUMAR , NITIN KUMAR VERMA

Vol -  7, Issue- 1 ,         Page(s) : 129 - 145  (2016 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

प्रस्तुत शोध में कानपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध शिक्षक-शिक्षा संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों की कार्य-सन्तुष्टि के बीस विमाओं का यौन के सन्दर्भ में विश्लेषणात्मक अध्ययन किया गया है। अध्ययन हेतु शोधकर्ता ने विवरणात्मक सर्वेक्षण विधि का प्रयोग किया है। न्यादर्श चयन में साधारण यादृच्छिक प्रतिचयन विधि का प्रयोग किया है। प्रदत्तों के संकलन हेतु डा0 एस0पी0 गुप्ता एवं डा0 जे0पी0 श्रीवास्तव द्वारा निर्मित एवं प्रमापीकृत अध्यापक कृत्य संतोष मापनी का प्रयोग किया गया। इस परीक्षण में कार्य सन्तुष्टि के लिए उत्तरदायी 20 घटकों को समावेशित किया गया। इस प्रकार परीक्षण में कार्य सन्तुष्टि के बहुआयामी पक्षों को शामिल किया गया। इसमें 80 प्रश्न हैं, इन प्रश्नों को 300 के न्यादर्श पर प्रशासित किया गया। अध्ययन के परिणामस्वरूप ज्ञात हुआ किबी0एड0 महाविद्यालय में कार्यरत महिला एवम् पुरूष बी0एड0 शिक्षकों की शिक्षण व्यवसाय के प्रति कार्य सन्तुष्टि में सार्थक अन्तर है। महिला बी0एड0 शिक्षिकायें पुरूष बी0एड0 शिक्षकों की तुलना में अधिक कार्य सन्तुष्टि है अर्थात् महिला बी0एड0 शिक्षकों में पुरूष बी0एड0 शिक्षकों की तुलना में कार्य सन्तुष्टि का स्तर उच्च है। महिला बी0एड0 शिक्षक कार्य सन्तुष्टि की विमाओं वेतन-भत्ते एवं अन्य लाभ, सहकर्मी अन्र्तवैयक्तिक संबंध, शिक्षक प्राचार्य संबंध, शिक्षक छात्र संबंध, संस्थान, कार्य परिस्थितियों, नीति एवम् नियम, पहिचान एवम्, प्रतिष्ठा आदि विमाओं पर प्राप्तांको के औसत महिला बी0एड0 शिक्षकों के पुरूष शिक्षकों की तुलना में अधिक है।

  1. अदावल, एस0बी0 (1955)ः “व्हाट द टीचर्स डिसलाइक इन देयर प्रोफेसन”, शिक्षा, 7ः4, पेज 82-88। 
  2. अग्रवाल, के0सी0 (1979)ः “कार्य सन्तुष्टि एवम् मानसिक स्वास्थ”, इंडियन एजूकेशनल रिव्यू, 14ः1, पेज 22-29। 
  3. आहरेन्स, रूठ हिगिन्स (1977)ः “रोल कान्फिलक्ट एण्ड जाॅब सैटिस्फैक्शन इन स्कूल, इन्स्टीट्यूशनल एण्ड प्राइवेट साइकालाजिकल प्रैक्टिस” डाक्टरल डिसर्टेसन, डिसर्टेशन एब्सट्रेक्ट, इण्टरनेशनल अंक 37ः12 पेज 7619 ए- 7620 ए।
  4. आइकेनहेड, जे0डी0 (1960)ः “टीचर सैटिस्फैक्शन एण्ड डिसकरेजमेन्ट्स, एनवेर्टा जर्नल आॅफ एजूकेशनल रिसर्च अंक- 6, पेज 92-102।
  5. अन्जन्यिुलु, बी0एस0आर0 (1970)ः “शिक्षण व्यवसाय एवम् कार्य-सन्तुष्टि” एजूकेशनल इण्डिया, अंक 37ः 6, पेज 185-188।
  6. एरी डोनाल्ड, लूसी चेसर जैकब्स और असगर राजावी (1972)ः “इन्ट्रोडक्शन टू रिसर्च इन एजूकेशन, राइनहर्ट एण्ड विन्सटन, न्यूयार्क पेज- 378।
  7. बहरमन, एडवर्ड हेनरी (1977)ः, “टीचर-स्टूडेन्ट रिलेशन्स एज ए प्रेडिक्टर्स आॅफ टीचर्स जाब सैटिस्फैक्शन” डाक्टरल डिसर्टेशन, डिसर्टेशन एब्सट्रैक्ट, अंक 37ः9, पेज 5467।
  8. बेस्ट जे.डब्ल्यू. (1948)ः “रिसर्च इन एजूकेशन”, पेंटिस हाल इनटरनेशनल एंगलबुड क्लिप्स, एन0जे0।
  9. भास्करा राव दिगूमारती (1996)ः “इनसाइकिलोपीडिया आॅफ एजूकेशन फार आल” अंक 3, ए.पी.एच पब्लिसिंग हाउस, नई दिल्ली।
  10. भट्टाचार्य, देवीप्रसाद (1978)ः “जाॅब सैटिफैक्शन आॅफ टीचर्स एण्ड इट्स रिलेशनसिप टू हेंगर एण्ड एग्रेशन एज रिलेटेड देम” जर्नल आॅफ एजूकेशन एण्ड साइकोलाॅजी अंक 34ः 3 पेज 160-162।
  11. चटर्जी, रूबी (1960): ”कार्य सन्तुष्टि“ इण्डस्ट्रियल रिलेशन्स, अंक 12, पेज 262-264।
  12. एजूकेशनल कमीशन (1966): ”द रिपोर्ट आफ एजूकेशन कमीशन (1964-66)“: मिनिस्ट्री आफ एजूकेशन, गवर्नमेंट आफ इण्डिया।
  13. फ्रोलिक, एच0पी0 एण्ड एल0 वालिन्स (1960): ”जाॅब सैटिस्फैक्शन एण्ड नीड सैटिस्फैक्शन“, पर्सनल साइकोलाॅजी, अंक 13, पेज 407-420।
  14. हप्पाक, आर0 (1935) ”जाॅब सैटिस्फेक्शन“ हार्पर एण्ड कं0 न्यूयार्क, पेज 303।
  15. काॅज, राफ एण्ड जाॅन वैन मैनन (1976): द लोकी आॅफ वर्क सैटिस्फैक्शन, इलेवेन्थ चैप्टर इन पी0 वार एडीशन, पर्सनल गोल्स एण्ड वर्क डिजाइन, जाॅन विली एण्ड सन्स, न्युयार्क, पेज 173-186।

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details