1 मानवाधिकार, जय जय राम उपाध्याय, पृ0 16
2 यजुर्वेद, 23-52
3 ऋग्वेद, 4-35-8 शेष पृष्ठ 60 पर
4 वर्तमान, अनूप- 560
5 साठोत्तरी हिन्दी कविता में जनवादी चेतना, नरेन्द्र सिंह, पृ0 150
6 गुरू कुल शोध भारती, अक्टूबर 2010, अंक- 14 पृ0- 11
7 ऋग्वेद, 10-191-2
8 वही,ं, 10-191-4
9 वही,ं, 5-60-5
10 गुरूकुल, शोध भारती, अक्टूबर 2010, अंक- 14, पृ0- 10
11 उत्पीड़न की यात्रा, लक्ष्मीनारायण सुधकर, पृ0 61
12 अथर्ववेद, 12-1-14
13 ऋग्वेद, 5-66-6
14 वही,ं, 5-82-2
15 माधवी, भूपेन्द्र शुक्ल, पृ0 119
16 मुक्तिबोध रचनावली प्रथम भाग, नेमिचन्द्र जैन, पृ0- 211
17 पुरानी जुतियों का कोरस, नागार्जुन, पृ0 30
18 ऋग्वेद, 1-89-8
19 वही,ं, 10-124-5
20 मुक्तिबोध रचनावली, खण्ड- 5, नये साहित्य का सौन्दर्यशास्त्रा, सं0 नेमिचन्द्र, पृ0- 76
21 सहृदय, जनवरी-मार्च, 2011, अंक- 7, पृ0- 23