International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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स्वामी विवेकानन्द एंव वेदान्त दर्षन
1 Author(s): KISHANPAL
Vol - 6, Issue- 1 , Page(s) : 610 - 615 (2015 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
मनुश्य के धरती पर अवतरण के साथ ही सत्य को जानने की जिज्ञासा जागृत हुई । जो भिन्न-भिन्न समय में व भिन्न-भिन्न रूपों में प्रकट हुई । विष्व के अनेक भागों में मुर्तरूप में उपस्थित बाह्य जगत को जानने की परमपरा में अनेक षोध हुए जिसमें समाज व राजनीति की अनेक परिभाशाएं प्रचलित हुई ।