( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 199    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

स्वामी विवेकानन्द एंव वेदान्त दर्षन

    1 Author(s):  KISHANPAL

Vol -  6, Issue- 1 ,         Page(s) : 610 - 615  (2015 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

मनुश्य के धरती पर अवतरण के साथ ही सत्य को जानने की जिज्ञासा जागृत हुई । जो भिन्न-भिन्न समय में व भिन्न-भिन्न रूपों में प्रकट हुई । विष्व के अनेक भागों में मुर्तरूप में उपस्थित बाह्य जगत को जानने की परमपरा में अनेक षोध हुए जिसमें समाज व राजनीति की अनेक परिभाशाएं प्रचलित हुई ।

  1. विवेकानंद साहित्य- पंचमखण्ड, अद्वैत आश्रम प्रकाषन, पृश्ठ-20 वाॅलुम .प्प्
  2. दाॅ कम्प्लीट वक्र्स आॅफ स्वामी विवेकानंद, अद्वैत प्रकाषन, पृश्ठ- 358
  3. वही, पृश्ठ - 360
  4. वही, पृश्ठ - 361
  5. वही, पृश्ठ - 361
  6. वही, पृश्ठ - 362
  7. वही, पृश्ठ - 364
  8. विवेकानंद साहित्य, उपरोक्त पृश्ठ- 32

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details