( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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”शिक्षकों के व्यवसायिक विकास की प्रमुखसमस्याः- समुचित भाषायी तकनीकी का अभाव“

    1 Author(s):  PUSHPLATA

Vol -  7, Issue- 9 ,         Page(s) : 151 - 153  (2016 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

20वीं सदी के कई महाआख्यानों मे से एक है सूचना युग। मैनुअल कासल्स के तीन खण्डो में फैले हुये विस्तृत विमर्ष में सूचना युग एक ऐसे विचार की तरह उभरता है जो 20वीं सदी और उसकी अतीत हो चुकी उपलब्धियों के बाद भी बचा रह गया है। पिछली शताब्दी के विषय में यह कहना तनिक भी असंगत न होगा कि आखिरी दिन आने से पहले से उसका समापन हो चुका था।90 का दषक आते-आते यह सभी अपने ही विचारों की प्रणालीगत विफलता के कारण मृत हो चुकी थीं। सदी के सभी नायक और सभी विचार वक्त से पहले फीके पड़ गये थे।

1. भारत का भूमण्डलीकरण सं0 अजय कुमार वाणी प्रकाषन नई दिल्लीद्वितीय संस्करण-207,पृष्ठ
2. भारतीय षिक्षा का इतिहास एवं समस्यायें डाॅ0मालतीसारस्वत,  न्यू कैलाष प्रकाषनइलाहाबाद संस्करण-2012-2013,पृष्ठ
3. भारतीय षिक्षा का इतिहास एवं समस्यायें 
 डाॅ0मालती सारस्वत, न्यू कैलाष प्रकाषन 
इलाहाबाद संस्करण-2012-2013,पृष्ठ

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