( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 67    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

मारवाड की बावडियां: जलसंरक्षण की विलक्षण प्रणाली

    1 Author(s):  MAMTA SHARMA

Vol -  8, Issue- 1 ,         Page(s) : 304 - 308  (2017 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

पश्चिमी राजस्थान की मरूधरा आकाशीय नेह-निर्झर मेहभरे बादलों की मेहर-बूंदो के लिए पल-पल पुलकित रहती चली आई है। इतनी ही ललक यहां के वाशिंदो के अनमोल जल की बूंदों को सहेजने में दिखाई है। मारवाड़ के खुले ताल-तड़ागों का पानी जल्दी ही रीत जाता है इसलिए प्राचीनकाल से ही यहां गहरे कुओं की जरूरत पड़ी है। कुओं से भी अधिक सुविधाजनक जल प्रणाली यहां बावड़ियों के रूप में विकसित हुई है।

1 वाई.डी. सिहंः राजस्थान के कुएं एवं बावडियां पृ.सं. 1 से 38 तक
2 माणक (मासिक राजस्थानी पत्रिका) फरवरी 2009 एवं फरवरी 2006 पर्यटण अंक से
3 श्री गोविन्द श्रीमाली: राजस्थान के अभिलेख भाग-प्रथम (विवरण सूची से) संकलित
4 श्री ब्रज मोहन जावलियाः ‘लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ से
5 श्री गोविन्द श्रीमाली: ‘लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ से पृ.स. 16
7 एपिग्राफिया इण्डिका खण्ड(19) पृ.सं. 43 पर निर्देशित एवं ‘‘राजपूत एकता’’ वर्ष 4 अंक 13, अगस्त 1993 में पुनः उल्लिखित है।
8 (क) एपिग्राफिया इण्डिका प्र.सं. 312,313
(ख) डाॅ. जी.एन. शर्मा, राजस्थान के इतिहास के स्त्रोत पृ.सं. 115, 116
9 श्री गोविन्द श्रीमाली: ‘लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 268
10. डाॅ. हुकमसिहं भाटी: सोनगरा चैहानों का इतिहास पृ.सं. 251 परिशिष्ट - 2
11. श्री गोविन्द श्रीमाली: ‘लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 5
12. डाॅ. मांगीलाल व्यास ‘मयंकः जोधपुरा राज्य का इतिहास पृ.सं. 292,293
13. श्री गोविन्द श्रीमालीः: ‘लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 328, 329 (एक मन = 40 किलो)
14. ‘‘जोधपुर हुकुमत की बही’’ संपादक स्व. महाराजकुमार श्री रघुवीरसिहं के पाठ अनुसार
15. डाॅ. आर.जी. भण्डारकर: प्रोगे्र-रिपोर्ट आकर््यो सर्वे वेस्टर्न सर्किल 1911 पृ. 53
16. डाॅ. मांगीलाल व्यासः मारवाड़ के अभिलेख पृ.सं. 32 एंव पृ.सं. 78
17. गोविन्द श्रीमालीः लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 355-356
18. गोविन्द श्रीमालीः लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 437
19. गोविन्द श्रीमालीः लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 436
20. गोविन्द श्रीमालीः लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 444-445
21. गोविन्द श्रीमालीः लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 442
22. गोविन्द श्रीमालीः लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 447-448 
23. गोविन्द श्रीमालीः लोक जीवन में कृषक शब्दावली’ पृ.सं. 601

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details