कार्यस्थल पर महिलाओं की स्थिति एवं विकास योजनाएँ
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Author(s):
SMT. SUDESH
Vol - 8, Issue- 8 ,
Page(s) : 42 - 46
(2017 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Abstract
हमारे देश की आधी जनसंख्या का प्रतिनिधित्व महिलाएँ करती हैं। इसका मतलब है कि देश की उन्नति का आधा दारोमदार महिलाओं पर और आधा पुरुषों के कन्धे पर निर्भर करता है। हम उस समय का अन्दाजा भी नहीं लगा सकते जब इसी आधी जनसंख्या को उनके वो मूलभूत अधिकार भी नहीं मिल पाते थे, जिनकी वे हकदार भी हैं। उन्हें खुशी से अपनी जिन्दगी जीने की आजादी नहीं थी, परन्तु बदलते वक्त के साथ इस नए जमाने की नारी ने समाज में वो सारे स्थान हासिल कर लिए है जिसे देखकर कोई भी आश्चर्यचकित रह जायेगा क्योंकि आज महिलाएँ एक सफल समाज सुधारक, उद्यमी, प्रशासनिक सेवक, राजनितिज्ञ आदि बन चुकी हैं। महिलाओं की स्थिति में सुधार ने देश के आर्थिक और सामाजिक सुधार के मायनों को भी बदल कर रख दिया। अन्य विकासशील देशों की तुलना में हमारे देश में महिलाओं की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। यद्यपि हम यह तो नहीं कह सकते कि महिलाओं के हालात पूरी तरह बदल गए हैं, परन्तु पहले की तुलना में इस क्षेत्र में बहुत तरक्की हुई है।
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