( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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शीर्षक “ग्रामीणों पर भू-स्वामित्व में परिवर्तन का प्रभाव” (बिहार राज्य के सन्दर्भ में एक समाजशास्त्रीय विश्लेषण)

    1 Author(s):  NASRIN SABA

Vol -  8, Issue- 11 ,         Page(s) : 141 - 153  (2017 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

ज़मींदारी प्रथा भारत में मुगलकाल एवं ब्रिटिशकाल मे प्रचलित एक राजनैतिक सामाजिक कुरीती थी, जिससे भूमि का स्वामित्व उस पर काम करने वालों का न होकर किसी और (ज़मींदार) का होता था, जो खेती करने वालों से कर वसूलते थे। भारत के स्वतंत्र होने के बाद यह प्रथा समाप्त कर दी गयी है।

1. डेनियल थार्नर पृ॰ 24
2. संयुक्त प्रांत में ज़मींदारी उन्मूलन कमिटी, खण्ड-1, (इलाहाबाद 1948)
3. जी ओझा: लैंड प्राॅब्लम एण्ड रिफार्म, नई दिल्ली पृ॰ 58
4. http://www.google.co.in/amp
5. हिन्दी न्यूज पेपर - हिंदूस्तान
6. हिन्दी न्यूज पेपर - दैनिक जागरण

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