( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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भारत में मौजूद विभिन्न पर्सनल लॉ तथा उनका विधयी इतिहास

    1 Author(s):  MANJU

Vol -  9, Issue- 11 ,         Page(s) : 199 - 238  (2018 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

भारत व्यक्तिगत विध्यिों की विविध्ताओं को देश है। यहाँ प्रत्येक धर्मिक समुदाय अपनी प्रथक-प्रथक व्यक्तिगत विध् िद्वारा प्रशासित होता है। हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई, पारसी व यहूदियां की अपनी अपनी विध्यिाँ ;कानूनद्ध है। हिन्दुओं तथा मुस्लिमों ने अपनी विध् िको दैवीय विध् िकहा है। इसी का हवाला देकर अकसर व्यक्तिगत विध् िके एकीकरण और संहिताब( करने का विरोध् किया जाता है। जिसका प्रभाव हम आज तक यूनिपर्फोम सिविल कोड के सहिताब( ना हो पाने के रूप में देखते है।

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