International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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द्विवर्षीय शिक्षा स्नातक (B.ED) में समस्याएँ एवं समाधान : एक दृष्टि दीपिका शर्मा
1 Author(s): DEEPIKA SHARMA
Vol - 11, Issue- 6 , Page(s) : 117 - 122 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
देश के सर्वांगिण विकास के लिए शिक्षा की परम आवश्यकता हैं और अच्छी शिक्षा के लिए योग्य शिक्षकों की। योग्य शिक्षकों के लिए उच्चकोटि की शिक्षा व्यवस्था की जरूरत है जो कि शिक्षा स्नातक के पाठ्यक्रम से ही संभव है। उत्तम कोटि के अघ्यापक के द्वारा ही देश की भावी पीढ़ी (बालक) के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है। सभी शिक्षक जन्मजात कुशल नहीं होते अतः शिक्षण कला में दक्षता एवं पूर्णता हेतु प्रशिक्षण आवश्यक है। भारत में स्वतन्त्रता पश्चात् बड़े पैमाने पर कुशल एवं योग्य शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए आवष्यक शिक्षा संस्थान स्थापित किये गये है। जहाँ भावी शिक्षकों का निर्माण किया जावें। स्वायत्त संस्था के रूप में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् ने 1993 से शिक्षा स्नातक की गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए कार्यरत रही है। इसके बावजूद वर्तमान समय में शिक्षा स्नातक कार्यक्रम में अनेक समस्याएँ विद्यमान है जिनके हद तक समाधान ढूंढ़ लिए गये है और ढूढ़ने के प्रयास किये जा रहे है।