International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
**Need Help in Content editing, Data Analysis.
Adv For Editing Content
रीवा जिले में साक्षरता एवं बालिका शिक्षा की स्थिती का अध्ययन
3 Author(s): TARUNA TIWARI,S. K. TRIPATHI, KIRTI GAUTAM
Vol - 11, Issue- 9 , Page(s) : 165 - 170 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
किसी भी राष्ट्र के आर्थिक विकास में वहां के निवासियों की शिक्षा का सर्वाधिक महत्त्व होता है। सामान्य शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, एवं साक्षरता देश के आर्थिक विकास में विशेष स्थान रखती है। वह व्यक्ति जो किसी भाषा को समझ के साथ लिख-पढ़ सकता है, वह साक्षर कहलाता है, जो पढ़ सकता है, परन्तु लिख नहीं सकता, साक्षर नहीं कहलाता है। सन् 1961 से 1981 की जनगणना के अनुसार 0-4 आयु समूह के बच्चों को निरक्षर माना जा रहा था, किन्तु 1991 की जनगणना में 0-6 वर्ष के आयु समूह तक के बच्चों को निरक्षर माना जा रहा है। अगली जनगणना 2001 में भारत का साक्षरता प्रतिशत 65.38 है तथा 2011 अनुसार 74.04 प्रतिशत है। साथ ही म.प्र. राज्य का साक्षरता दर 70.06 प्रतिशत है।