International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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मारवाड़ी महीला : दशा -दिशा एव् सशक्तीकरण
1 Author(s): KU. SWEETI BADRINARAYAN RATHI
Vol - 11, Issue- 9 , Page(s) : 186 - 189 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
मारवाडी महीलाओं का प्राचीन काल से तो वर्तमान काल तक का रहस्य जानना एक आचर्य की बात है। अन्य समाज के महीलाओं के तुलना में मारवाड़ी महीलायें अलग नही है। भारतीय वाङ्मय में महीलाओं की स्थिती यह उच्चनिय तथा सर्वाकृश्ट थी। नारी को षक्ती स्वरूपा पूजा जाता था। नारी कभी मॉं बनके तो कभी बहन बेटी के रूप में तो कभी पत्नी के रूप में समाज के एकता को एकसुत्र में बांध के रखती है। क्या यह एकता कायम टीकी रही........ नही! कभी-कभी हमारे समक्ष कुछ दृर्भाग्य जनक घटनाए अचानक सी प्रकट हो जाते है जिसका अनुमान लगाना मनुश्य के लिये कठीन हो जाता है!