( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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विद्यापति के काव्य में सन्दर्भ प्रभाव

    1 Author(s):  BISHNUDEO PASWAN

Vol -  9, Issue- 8 ,         Page(s) : 190 - 196  (2018 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

विद्यापति के काव्य सन्दर्भ पर सर्वाधिक प्रभाव जयदेव का देखने को मिलता है। इसके साथ ही कुछ अन्य कवियों यथा रघुवंष, कुमार सम्भव, श्री हर्ष, सातवाहन, नाल्ह इत्यादि के साथ ग्रन्थों का भी प्रभाव परिलक्षित होता है। विद्यापति के अभिनव जयदेव कहा जाता है। उनके उपर सर्वाधिक प्रभाव जयदेव के ‘गीतगोविन्दम्‘ का है। विद्यापति के काव्य का आलम्बन राधा है- वह कवि के सम्पूर्ण मानव-सौन्दर्य का ‘धन-विग्रह‘ है। विद्यापति को राधा की आलम्बन की परम्परा जयदेव से प्राप्त हुई है।

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