International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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मैत्रेयी पुष्पा के कथा साहित्य में आंचलिकता -
1 Author(s): DR. VISHNU PRATAP CHAUBEY
Vol - 11, Issue- 8 , Page(s) : 281 - 292 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
“अंचल शब्द अपने धातुगत अर्थ में गति और पूजा का द्योतक है अंचुगति पूजार्थकयौः।1 इसके साथ अलच प्रत्यय के योग से च का लोप होने पर अंचल शब्द बनता है। इस “हलायुध कोश में कोशकार ने अचंल शब्द की व्युत्पत्ति और व्याख्या इस रूप में की है ’’अंचलः पु० (अचति प्रान्तं आगम गच्छति। अ च अलच)। वस्त्र प्रान्तः भाग की आंचल इतिभाषा।’’