International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
**Need Help in Content editing, Data Analysis.
Adv For Editing Content
नायक से महानायक बनने का पथम पड़ावः चम्पारण सत्याग्रह आरती कुमारी
1 Author(s): ARTI KUMARI
Vol - 9, Issue- 3 , Page(s) : 581 - 585 (2018 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है कि ’’हजारों में से कोई एक मेरी प्राप्ति के लिए यत्न करता है। उन योगियों में से कोई एक मेरे परायण होकर मुझे तत्व से यर्थात् रूप से जानता है।’’ सच है बहुत थोड़े से लोग अपनी पूर्ण श्रद्धा, भक्ति और साधना से ईश्वर का साक्षात्कार करते है। महात्मा गाँधी ऐसे ही ’बहुत थोड़े लोगों में से है जिन्होंने जीवन भर सत्य का प्रयोग किया। अहिंसा और प्रेम का आधार स्वीकार कर अपने व्यक्तिव का निर्माण तो किया ही अपने ऐसे अनुपम और विरले व्यक्तित्व से जीवन, शिक्षण और आदर्शो से भारत को ही नहीं, विश्व को प्रभावित किया आज वे विश्व के लिए पूजित व्यक्तित्व है।