1. हिन्दी साहित्य का दूसरा इतिहास: बच्चन सिंह, राधाकृष्ण प्रकाशन, 7/31, अंसारी मार्ग, दरियागंज नई दिल्ली 110002 पृ.स.304,390,502,503,505,508,50509,512,513
2. परम्परा की आधुनिकता हजारीप्रसाद द्विवेदी: सं. अशोक वाजपेयी, पूर्वोदय प्रकाशन, 7/8 दरियागंज नई दिल्ली 110002 2006 पृ.स. 2,5,39
3. आलोचना सागर: डाॅ. रामप्रसाद मिश्र, विनोद पुस्तक मन्दिर, आगरा, खण्ड 4क पृ.स. 21, खण्ड 4ख, पृ.स. 207,209,215,228 संस्करण प्रथम 1988
4. हिन्दी साहित्य की भूमिका: हजारी प्रसाद द्विवेदी, पृ.स. 52
5. हिन्दी साहित्य का समीक्षात्मक इतिहास: डाॅ. रामग ोपाल शर्मा ‘दिनेश‘ , कमल प्रकाशन नई दिल्ली 110002, पृ.स. 232,297,330,359
6. फिलहाल: सं. वाजपेयी, अशोक, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली, पृ.स. 189 संस्करण -1970
7. हिन्दी साहित्य का इतिहास: आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, राजकमल प्रकाशन नई दिल्ली 110002 पृ.स.351,372
8. आलोचना के मुख से: डाॅ. नामवर सिंह, पृ.स. 92,93
9. हिन्दी आलोचना का विकास : नन्दकिशोर नवल, राजकमल प्रकाशन नई दिल्ली 1981पृ.स.15,26,59,97,157,210,275,277,374
10. हिन्दी साहित्य का इतिहास: डाॅ. नगन्े द्र , राजकमल प्रकाशन नई दिल्ली 110002 पृ.स.195,27
11. तीसरा साक्ष्य: सं. वाजपेयी, अशोक, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली, पृ.स. 25,59,92 संस्करण -1979
12. आज और आज से पहले: नारायण, कुँवर, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली, पृ.स. 27,43,71,
13. अपनी बात, ब्लाॅग: प्रो. माधव हाड़ा, 22 जनवरी, 2012