International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
**Need Help in Content editing, Data Analysis.
Adv For Editing Content
मर्यादा पुरूषोत्तम राम की ऐतिहासिकता
1 Author(s): CHANCHAL
Vol - 5, Issue- 2 , Page(s) : 85 - 89 (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
भारत के ही नहीं बल्कि विश्व इतिहास में हजारों वर्षों से जिन महापुरूषों के चरित्र ने जनमानस की हृदय की गहराइयों तक लगाकर प्रभावित किया है, उनमें भगवान राम का नाम मुख्य है। उनका युग चक्रवर्ती सम्राटों व साम्राज्यों का था। यह वह जमाना था जिसके बारे में बाइबल (जेनीसिस 11.1) में लिखा है कि सारे संसार में एक ही भाषा व वाणी थी। उस समय हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई, यहूदी आदि धर्म/मत सम्प्रदाय नहीं थे और न ही आज के समान जाति-अधारित सामाजिक दीवारें। तब मनुष्य समाज के दो ही भाग थे आर्य व अनार्य। जो चरित्रवान् व विद्वान न था वहीं अनार्य था। तब सारी मानव जाति की एक ही संस्कृति थी।