राजस्थान में सूचना का अधिकार: एक अहिंसक क्रांति
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Author(s):
AKHILESH KUMAR GUPTA , MUKESH KUMAR SHARMA
Vol - 5, Issue- 9 ,
Page(s) : 277 - 282
(2014 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Abstract
जनता द्वारा जनता के लिए चुनी गई जन सरकारों को ही लोगतंत्र का भाग्य विधाता माना जाता है। लोकंतत्र में जहां जनप्रतिनिधि जनता के सेवक होते हैं वहीं जनता मालिक होती है क्योंकि अन्तिम सत्ता का निवास जनता में ही होता है। लोकतन्त्र में जनता के प्रति उत्तरदायित्व, खुलापन और पारदर्षिता अनिवार्य ष्षर्त है। क्योंकि हर नागरिक को, अपने जीवन जीने और अपनी रोजी-रोटी की रक्षा करने का अधिकार है। अत सरकार का यह दायित्व है कि उसे सही जानकारी दे तभी वह ठीक से सोच-विचार कर सकेगा कि जनतांत्रिक सरकार उसके जीवन व रोजी के लिए अच्छी है या बुरी।
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