( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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उ0 प्र0 में जनसंख्या वितरण एवं वृद्धि एक विष्लेषणात्मक अध्ययन

    1 Author(s):  DR. ARVIND KUMAR

Vol -  5, Issue- 11 ,         Page(s) : 242 - 248  (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

श्जनसंख्या किसी भी देष का सबसे महत्वपूर्ण संसाधन होता है जिससे उस देष के प्राकृतिक संसाधन तथा श्रम षक्ति द्वारा आर्थिक विकास मार्ग प्रषस्त होता है। प््राचीन काल से लेकर अब तक जनसंख्या के वितरण में परिवर्तन होता रहा है। यद्यपि परिवर्तन की गति एवं दिषा समय के अनुसार बदलती रहती हे। पृथ्वी के विभिन्न भागों में जनसंख्या का वितरण अत्यधिक विषम है। पृथ्वी पर मनुष्य कहां कहां और कितनी जनसख्या में पाये जाते हैं ? इसका विवरण जनसंख्या के विष्लेषण द्वारा प्रकट होता हें। भूमि और जनसंख्या के सही सम्बन्ध को जानने के लिए क्षेत्रफल और जनसंख्या के अनुपात का ज्ञान होना आवष्यक है। जनसंख्या का वितरण और वृद्धि विभिन्न भौगोलिक एवं जनांकिय कारको का प्रतिफल है। अतः उत्तर प्रदेष में जनसंख्या का वितरण एवं जनसंख्या वृद्धि का भौगोलिक एवं जनांकिय कारकों के प्रभाव दृष्टि गोचर होते हैं।

1. उत्तर: एक समग्र अध्ययन वैदिक प्रकाषन इलाहाबाद
2. उत्तर प्रदेष सामान्य अध्ययन 2013-14
3. मैगबुक अरिहन्त पब्लिकेषन्स इण्डिया लिमिटेड
4. प्रतियोगिता साहित्य एण्ड साहित्य भवन पब्लिकेषन्स आगरा
5. सिंह सुदामा तथा राजीव कृष्ण 2003 भारतीय अर्थव्यवस्था पंचम संस्करण राधा पब्लिकेषन्स नई दिल्ली

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