International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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वायुपुराण में बुद्धि का स्वरूप
1 Author(s): SEEMA KUMARI
Vol - 9, Issue- 4 , Page(s) : 77 - 80 (2018 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
भारतीय दर्शनशास्त्र की परम्परा में विभिन्न तत्त्वों पर विस्तृत विवेचन किया गया है द्य उनमें से वायुपुराण में बुद्धितत्त्व पर गहन रूप रूप प्रकाश डाला गया है द्य यहां बुद्धि की परिभाषा बताते हुए उसके विविध पर्यायवाची शब्दों यथा श्महान ए मतिए ब्रह्मनए भूए बुद्धिए ख्यातिए प्रज्ञाए चित्तिए स्मृतिश्की सकारण व्याख्या प्रस्तुत की गई है द्यवायुपुराण में श्बुद्धि तथा मनश् को अभिन्न कहा गया है द्य बुद्धि के अत्याधिक पर्यायों को उपस्थित करके उसकी सकारण व्याख्या प्रस्तुत की गई है द्य बुद्धि के लिए मनए महानए मतिए ब्रह्मनए भूए बुद्धिए ख्यातिए प्रज्ञाए चित्तिए स्मृतिए संविद ए विपुरए भवए पुरुषए स्वयम्भू इत्यादि पर्याय शब्दों का उपयोग किया गया है द्य इन सभी पर्यायों की सकारण व्याख्या इस प्रकार है