1. महाभारत, अनुषासन पर्व, 46/14
2. थकी हुई सुबह, रामदरष मिश्र, पृष्ठ 104
3. वही. पृ.71
4. बीस बरस, रामदरष मिश्र, पृ.39
5. वही, पृ.99
6. दूसरा घर, रामदरष मिश्र, पृ.190
7. आकाष की छत, रामदरष मिश्र, पृ.62
8. बिना दरवाजे का मकान, रामदरष मिश्र, पृ.10
9. वही, पृ.20
10. पानी के प्राचीर, रामदरष मिश्र, पृ.36
11. वही, पृ.78
12. जल टूटता हुआ, रामदरष मिश्र, पृ.21
13. वही, पृ.190
14. रात का सफर, रामदरष मिश्र, पृ.49
15. वही, पृ.95
16. वही, पृ.95