International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
**Need Help in Content editing, Data Analysis.
Adv For Editing Content
सामाजिक नेटवर्क पर उत्पीड़न और धमकाना
1 Author(s): DR. PINKY KUMARI
Vol - 9, Issue- 4 , Page(s) : 337 - 346 (2018 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
साइबरबुलिंग या साइबरहार्समेंट इलेक्ट्रॉनिक साधनों का उपयोग करके धमकाने या उत्पीड़न का एक रूप है। साइबरबुलिंग और साइबरहैसमेंट को ऑनलाइन बदमाशी के रूप में भी जाना जाता है। यह तेजी से आम हो गया है, खासकर किशोरों में, क्योंकि डिजिटल क्षेत्र का विस्तार हुआ है और प्रौद्योगिकी उन्नत हुई है। साइबरबुलिंग तब होती है जब कोई व्यक्ति, आमतौर पर एक किशोर, बुली या इंटरनेट पर और अन्य डिजिटल स्थानों पर, विशेष रूप से सोशल मीडिया साइटों पर दूसरों को परेशान करता है। हानिकारक बदमाशी वाले व्यवहार में अफवाहें, धमकी, यौन टिप्पणी, पीड़ितों की व्यक्तिगत जानकारी, या पीजोरेटिव लेबल (यानी अभद्र भाषा) शामिल हो सकते हैं। बार-बार व्यवहार और उत्पीड़न की पहचान बार-बार किए जाने वाले व्यवहार और नुकसान पहुंचाने के इरादे से की जा सकती है। साइबरबुलिंग के पीड़ितों को कम आत्मसम्मान, आत्महत्या की प्रवृत्ति में वृद्धि, और विभिन्न प्रकार की नकारात्मक भावनात्मक प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं, जिनमें डर, निराशा, गुस्सा या उदास होना शामिल है।